मोढेरा का सूर्य मंदिर किसने बनवाया था ?
मोढेरा का सूर्य मंदिर सोलंकी वंश के राजा भीमदेव प्रथम ने बनवाया था।
- यह मंदिर 1026-27 ई. में सोलंकी वंश के राजा भीमदेव प्रथम के शासनकाल के दौरान बनाया गया था।
- यह मंदिर गुजरात के पाटन जिले के मोढ़ेरा में बना हुआ है।
- यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित स्मारक है।
- मंदिर परिसर तीन भागों में विभाजित है: गुड्हामंडप (श्राइन हॉल), सभामंडप (असेंबली हॉल) और कुंड (जलाशय)।
- इसे भीमदेव प्रथम द्वारा गजनी के महमूद के खिलाफ मोढेरा की रक्षा की स्मृति में बनाया गया था।
- मंदिर परिसर मारू-गुर्जर शैली में निर्मित है, जिसे सोलंकी शैली भी कहा जाता है।
- विशेष रूप से नक्काशीदार मंदिर परिसर और भव्य कुंड सोलंकी काल की कला के अद्वितीय उदाहरण हैं।
- मोढेश्वरी माता मंदिर सूर्य मंदिर के खंडहरों के निकट स्थित है, जिसे मोढ समुदाय की देवी माना जाता है।
- देवी मोढेश्वरी को देवी पार्वती के रूप में जाना जाता है और इनके 18 हाथ हैं, जिनमें विभिन्न हथियार होते हैं।
- भारत के अन्य महत्त्वपूर्ण सूर्य मंदिरों में शामिल हैं: कोणार्क, मार्तंड, कटारमल, दक्षिणार्क (गया), भ्रामण्य (उन्नाव), सूर्य प्र्रहार (असम), सूर्यांनार कुविल (कुम्बकोणम) और सूर्यांनारायण (अरसावली)।