व्यपगत का सिद्धांत किसने दिया ?
- व्यपगत का सिद्धांत (Vyapgat Ka Siddhant) भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौजी ने दिया। यह सिद्धांत 1848 से 1856 ई. के बीच लागू किया गया।
व्यपगत सिद्धांत का उद्देश्य –
- बिना उत्तराधिकारी वाले या कुशासन वाले राज्यों को ब्रिटिश साम्राज्य में मिलाना।
- इसके तहत भारतीय रियासतों को ब्रिटिश शासन के अधीन किया गया।
मुख्य बिंदु –
- लॉर्ड डलहौजी ने इस नीति के तहत 8 रियासतों को ब्रिटिश साम्राज्य में मिलाया।
- ऐसा कहा जाता है कि उसने लगभग 25 लाख वर्ग मील क्षेत्र हड़प लिया था।
- अवध रियासत को ’आंतरिक कुशासन’ के आरोप में 1856 में ब्रिटिश साम्राज्य में शामिल किया गया।
विलय की गई रियासतें –
संलग्न राज्य | विलय का वर्ष |
1. सतारा | 1848 |
2. संबलपुर | 1849 |
3. जैतपुर | 1849 |
4. भगत | 1850 |
5. उदयपुर | 1850 |
6. नागपुर | 1854 |
7. झांसी | 1855 |
8. अवध | 1856 |
परिणाम –
यह नीति भारतीय राजाओं और जनता में असंतोष का मुख्य कारण बनी और 1857 के विद्रोह का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हुई।